
आज का लहसुन भाव (2 अप्रैल 2025) – नीमच मंडी अपडेट
किसान भाइयों, आज 2 अप्रैल 2025 को नीमच मंडी में लहसुन के बाजार में नरमी देखने को मिली है। आज की ताजा जानकारी के अनुसार, मंडी में लहसुन की आवक लगभग 14,000 से 15,000 बोरी रही। इस दौरान देसी लहसुन का सबसे अच्छा माल 6700 रुपये तक बिका, जबकि ऊटी लहसुन का उच्चतम भाव 9500 रुपये तक पहुंचा। बाजार में नरमी के कारण भावों में ज्यादा उछाल नहीं देखा गया। आइए, नीमच मंडी में आज के लहसुन के विभिन्न प्रकार के माल और उनके भावों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
लहसुन के भाव (नीमच मंडी, 2 अप्रैल 2025)
लहसुन का प्रकार | न्यूनतम भाव (ರೀರಿಗಳು (रुपये/क्विंटल) | अधिकतम भाव (रुपये/क्विंटल) |
---|---|---|
देसी चालंसार माल | 2500 | 3500 |
देसी छर्री माल | 4000 | 4500 |
देसी मीडियम लड्डू माल | 4500 | 5000 |
देसी लड्डू माल | 5000 | 5500 |
देसी मोटा माल | 5500 | 6000 |
देसी फूल गोल माल | 6000 | 6500 |
देसी स्पेशल माल | 6500 | 7000 |
ऊटी लहसुन | – | 9500 |
नोट: आज मंडी में देसी लहसुन की आवक 14,000+ बोरी रही, और बाजार नरम रहा।
नीमच मंडी में लहसुन का बाजार: 2 अप्रैल 2025 का ताजा अपडेट
किसान भाइयों और व्यापारियों के लिए नीमच मंडी हमेशा से एक महत्वपूर्ण केंद्र रही है, जहां लहसुन जैसे कृषि उत्पादों की खरीद-फरोख्त बड़े पैमाने पर होती है। आज, 2 अप्रैल 2025 को नीमच मंडी में लहसुन के बाजार में कुछ खास गतिविधियां देखने को मिलीं। इस लेख में हम आपको आज के लहसुन के भाव, बाजार की स्थिति, आवक और विभिन्न प्रकार के माल की कीमतों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। यह जानकारी न केवल किसानों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि व्यापारियों और बाजार विश्लेषकों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।
आज की बाजार स्थिति
2 अप्रैल 2025 को नीमच मंडी में लहसुन का बाजार नरम रहा। बाजार में नरमी का मतलब है कि कीमतों में कोई खास उछाल नहीं देखा गया और मांग-आपूर्ति के बीच संतुलन बना रहा। मंडी में आज लहसुन की आवक 14,000 से 15,000 बोरी के बीच रही, जो सामान्य दिनों की तुलना में औसत स्तर पर है। इस आवक के बावजूद, बाजार में तेजी की उम्मीद रखने वाले किसानों और व्यापारियों को थोड़ी निराशा हाथ लगी, क्योंकि भाव स्थिर रहे और ऊंचे स्तर तक नहीं पहुंचे।
देसी लहसुन के भाव
नीमच मंडी में देसी लहसुन की कई श्रेणियां होती हैं, जो उनके आकार, गुणवत्ता और मांग के आधार पर अलग-अलग कीमतों पर बिकती हैं। आज के भाव इस प्रकार रहे:
- देसी चालंसार माल: यह सबसे सस्ता माल रहा, जिसका न्यूनतम भाव 2500 रुपये और अधिकतम भाव 3500 रुपये प्रति क्विंटल रहा। यह माल आमतौर पर छोटे आकार का होता है और इसकी मांग स्थानीय बाजारों में ज्यादा होती है।
- देसी छर्री माल: इसकी कीमत 4000 रुपये से 4500 रुपये के बीच रही। यह माल मध्यम गुणवत्ता का होता है और छोटे व्यापारियों के बीच लोकप्रिय है।
- देसी मीडियम लड्डू माल: इसकी कीमत 4500 रुपये से 5000 रुपये रही। यह माल आकार में थोड़ा बड़ा और गुणवत्ता में बेहतर होता है।
- देसी लड्डू माल: इसकी कीमत 5000 रुपये से 5500 रुपये रही। यह माल बाजार में अच्छी मांग रखता है।
- देसी मोटा माल: इसकी कीमत 5500 रुपये से 6000 रुपये रही। यह मोटे आकार का लहसुन होता है, जो बड़े व्यापारियों के बीच पसंद किया जाता है।
- देसी फूल गोल माल: इसकी कीमत 6000 रुपये से 6500 रुपये रही। यह उच्च गुणवत्ता का माल है, जो दिखने में आकर्षक होता है।
- देसी स्पेशल माल: यह आज का सबसे महंगा देसी लहसुन रहा, जिसकी कीमत 6500 रुपये से 7000 रुपये तक पहुंची। यह सबसे बेहतरीन गुणवत्ता का माल होता है, जिसकी मांग बड़े शहरों और निर्यात बाजारों में होती है।
ऊटी लहसुन का प्रदर्शन
देसी लहसुन के अलावा, नीमच मंडी में ऊटी लहसुन की भी बिक्री होती है, जो अपनी खास गुणवत्ता और स्वाद के लिए जाना जाता है। आज ऊटी लहसुन का उच्चतम भाव 9500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचा। यह कीमत देसी लहसुन की तुलना में काफी अधिक है, जो इसकी मांग और सीमित आपूर्ति को दर्शाता है। ऊटी लहसुन का उत्पादन मुख्य रूप से दक्षिण भारत में होता है और यह नीमच मंडी में प्रीमियम श्रेणी में आता है।
बाजार में नरमी के कारण
बाजार में नरमी के कई कारण हो सकते हैं। पहला, आज की आवक 14,000 से 15,000 बोरी के बीच रही, जो मांग के अनुरूप थी। इससे कीमतों में कोई बड़ा उछाल नहीं आया। दूसरा, मौसम की स्थिति और फसल की उपलब्धता भी कीमतों को प्रभावित करती है। अप्रैल के महीने में लहसुन की नई फसल बाजार में आने लगती है, जिससे आपूर्ति बढ़ जाती है और कीमतें दबाव में रहती हैं। तीसरा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में लहसुन की मांग भी कीमतों को प्रभावित करती है। यदि निर्यात मांग कम रही, तो स्थानीय बाजार में कीमतें स्थिर रह सकती हैं।
किसानों के लिए सुझाव
किसान भाइयों के लिए यह समझना जरूरी है कि बाजार की स्थिति हर दिन बदलती रहती है। आज बाजार नरम रहा, लेकिन आने वाले दिनों में मांग बढ़ने या आपूर्ति कम होने पर भाव में तेजी आ सकती है। इसलिए, अपनी फसल को सही समय पर बेचने के लिए मंडी के ताजा अपडेट पर नजर रखें। साथ ही, लहसुन को सही तरीके से संग्रहित करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सके और बेहतर कीमत मिल सके।
व्यापारियों के लिए अवसर
व्यापारियों के लिए आज का दिन मिश्रित रहा। जहां देसी स्पेशल माल और ऊटी लहसुन ने अच्छा भाव दिया, वहीं निचले स्तर के माल की कीमतें औसत रहीं। व्यापारी इस मौके का फायदा उठाकर स्टॉक बना सकते हैं, खासकर तब जब उन्हें लगे कि आने वाले दिनों में कीमतें बढ़ सकती हैं। इसके अलावा, ऊटी लहसुन जैसे प्रीमियम उत्पादों पर ध्यान देना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इनकी मांग बड़े शहरों और होटल उद्योग में हमेशा बनी रहती है।
नीमच मंडी का महत्व
नीमच मंडी मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि मंडियों में से एक है और लहसुन के व्यापार का प्रमुख केंद्र है। यहां हर दिन हजारों बोरी लहसुन की खरीद-फरोख्त होती है, जो न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी आपूर्ति सुनिश्चित करती है। मंडी में पारदर्शी तरीके से होने वाली नीलामी और किसानों को मिलने वाली उचित कीमत इसे खास बनाती है।
निष्कर्ष
2 अप्रैल 2025 को नीमच मंडी में लहसुन का बाजार नरम रहा, लेकिन विभिन्न प्रकार के माल ने किसानों और व्यापारियों को कई विकल्प दिए। देसी लहसुन का सबसे अच्छा माल 6700 रुपये तक बिका, जबकि ऊटी लहसुन ने 9500 रुपये का आंकड़ा छुआ। बाजार की यह स्थिति मौजूदा आपूर्ति और मांग के संतुलन को दर्शाती है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि वे इस जानकारी को अपने साथियों के साथ साझा करें, ताकि सभी को ताजा अपडेट मिल सके और वे अपने व्यापारिक निर्णय बेहतर तरीके से ले सकें। आने वाले दिनों में बाजार की स्थिति पर नजर रखें, क्योंकि लहसुन के भाव में बदलाव की संभावना हमेशा बनी रहती है।