किसान भाई अगर लहसुन और प्याज की खेती करते हैं तो यह काम जरुर करें

किसान भाई अगर लहसुन और प्याज की खेती करते हैं तो यह काम जरुर करें

प्याज और लहसुन की खेती करने वाले किसान करें यह काम
प्याज और लहसुन की खेती करने वाले किसान करें यह काम

सीहोर के एक वरिष्ठ शोधकर्ता ने इस बारे में जानकारी दी है कि किस तरह से किसान रबी सीजन में प्याज और लहसुन की खेती करके कम कीमत में अच्छी पैदावार ले सकते हैं।

उनके अनुसार, किसानों को रबी सीजन में प्याज और लहसुन की खेती के लिए अधिक विकसित किस्मों का चयन करना चाहिए।

बीज उपचार के बाद प्याज की पौध लगाएं और लहसुन की रोपाई जल्द पूरी करें। इसी तरह प्याज और लहसुन की फसल में खाद का संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करें।

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कृषि वैज्ञानिक ने दी सलाह, मिलेगी अधिक पैदावार

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक के अनुसार, किसानों को प्याज की उन्नत किस्मों जैसे एग्री सॉ ऐज रेड, भीमा रेड, भीमा श्वेता, भीमा शुभ्रा आदि का चुनाव करना चाहिए। इसके लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 10 किलो बीज का इस्तेमाल करना चाहिए। नर्सरी लगाने के लिए 1 मीटर चौड़ी, 15-20 सेमी ऊंची और 8-10 मीटर लंबी क्यारियां बनाएं।

क्यारियों के बीच 30 सेमी की दूरी रखें। नर्सरी में बीज लगाने से पहले उन्हें फफूंदनाशक दवा कार्बेन्डाजिम मैंकोजेब से 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें। नर्सरी में पौधे पीले पड़ने की स्थिति में एनपीके कम्पोस्ट 19:19:19 को 5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

प्याज की फसल में कितना डीएपी और यूरिया खाद डालें

बागवानी शोधकर्ताओं ने बताया कि प्याज की फसल में रोपाई के समय किसानों को प्रति हेक्टेयर 110 किलोग्राम डीएपी और 120 किलोग्राम यूरिया का प्रयोग करना चाहिए। रोपाई के समय डीएपी की पूरी मात्रा और नाइट्रोजन की 33% मात्रा दें।

बची हुई दो तिहाई मात्रा को दो बराबर भागों में बांटकर रोपाई के 30 दिन और 45 दिन बाद डालें। पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए जिंक सल्फेट 21% प्रति हेक्टेयर 25 किलोग्राम की दर से तथा जैविक खाद एजोस्पिरिलम और फास्फोरस घोलने वाले सूक्ष्मजीवों का 5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें।

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प्याज में खरपतवार नियंत्रण के लिए दवा

रोपण के 3 दिन के अंतराल में खरपतवारनाशक पेंडामेथिलीन 30 ई.सी. 3.25 लीटर प्रति हेक्टेयर या ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5 प्रतिशत 650 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से 500 से 600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

खड़ी फसल में, 30-35 दिन के चरण में खरपतवारनाशक क्विजालोफ इथाइल ऑक्सीफ्लोरोफेन 6 प्रतिशत 1 लीटर प्रति हेक्टेयर या प्रोपेक्यूजाफ 5 प्रतिशत + ऑक्सीफ्लोरोफेन 12 प्रतिशत 875 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।

रोपण के बाद आवश्यकतानुसार 3-4 बार हल्का पानी दें।

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लहसुन की खेती करने वाले किसान क्या करें

वहीं जो किसान रबी सीजन में लहसुन लगाना चाहते हैं वे किसान लहसुन की उन्नत किस्में यमुना सफेद-1 (जी-1), यमुना सफेद-2 (जी-50), यमुना सफेद-3 (जी-282), यमुना सफेद-4 (जी-323), एग्री फाउंड व्हाइट आदि किस्मों का चयन करें।

प्रति हेक्टेयर 6 से 7 क्विंटल लहसुन की कलियों की बुवाई डिवलिंग विधि या कूंड में लगाकर करें।

कूंड में लगाने के लिए कतार से कतार दूरी 15 सेमी एवं पौध से पौध दूरी 7.5 सेमी एवं गहराई 5 सेंटीमीटर रखें।

अच्छे उत्पादन के लिए 20 से 25 टन पकी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद या केंचुआ खाद का उपयोग करें।

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